मुख्य अनुक्रम तारों के लिए द्रव्यमान चमक संबंध का अन्वेषण
खगोल-भौतिकी-में-सबसे-आकर्षक-विषयों-में-से-एक-तारे-के-द्रव्यमान-और-उसकी-प्रभा-के-बीच-सहयोग-है,-जिसे-द्रव्यमान-प्रभा-संबंध-के-नाम-से-जाना-जाता-है।-यह-संबंध-हमारे-सूर्य-जैसे-मुख्य-अनुक्रम-तारों-के-व्यवहार-को-समझने-में-एक-आधारशिला-है। सूत्र: रात्रि-में-आकाश-में-ज्यादातर-तारे-मुख्य-अनुक्रम-तारे-होते-हैं,-जिसका-मतलब-है-कि-वे-अपने-जीवन-चक्र-के-सबसे-लंबे-अवधि-में-होते-हैं,-जहां-वे-हाइड्रोजन-को-हीलियम-में-संश्लेषित-करते-हैं।-इन-तारों-के-लिए,-एक-पहचाना-जा-सकने-वाला-पैटर्न-है:-अधिक-भारी-तारे-अधिक-चमकते-हैं।-यह-संबंध-रैखिक-नहीं-है,-बल्कि-एक-घातांक-नियम-का-पालन-करता-है-जिसे-द्रव्यमान-प्रभा-संबंध-द्वारा-वर्णित-किया-गया-है। यह-सूत्र-विभिन्न-खगोल-भौतिकी-गणनाओं-में-मौलिक-है-और-तारों-की-आयु,-दूरी-और-जीवन-प्रत्याशा-का-अनुमान-लगाने-के-लिए-प्रभाव-रखता-है।-यह-खगोलविदों-को-भविष्यवाणी-करने-में-मदद-करता-है-कि-कैसे-विभिन्न-तारे-विकसित-होते-हैं,-समूह-बनाते-हैं,-और-अपने-जीवन-को-सफेद-बौने,-न्यूट्रॉन-तारे,-या-काले-छेद-में-समाप्त-करते-हैं। सटीक-गणनाओं-के-लिए,-द्रव्यमान-इनपुट-एक-सकारात्मक-संख्या-होनी-चाहिए-और-शून्य-से-अधिक-होनी-चाहिए।-अन्यथा,-एक-त्रुटि-संदेश-'अमान्य-द्रव्यमान-इनपुट'-लौटाया-जाना-चाहिए। द्रव्यमान-प्रभा-संबंध-तारकीय-विकास-की-जटिलताओं-को-समझने-के-लिए-एक-शक्तिशाली-उपकरण-है।-यह-इस-बात-को-रेखांकित-करता-है-कि-एक-तारे-का-द्रव्यमान-उसकी-ज्योतिर्मयी-उत्पादन-को-कैसे-निर्देशित-करता-है,-जिससे-ब्रह्मांड-पर-हमारे-दृष्टिकोण-का-आकार-बनता-है। मुख्य-अनुक्रम-तारे-वे-होते-हैं-जो-अपने-जीवन-चक्र-के-प्रमुख-समय-में-होते-हैं,-जहां-वे-नाभिकीय-संलयन-के-माध्यम-से-हाइड्रोजन-को-हीलियम-में-परिवर्तित-करते-हैं। नहीं,-एक्सपोनेंट-α-भिन्न-हो-सकता-है।-छोटे-तारों-के-लिए-यह-लगभग-3.5-होता-है,-जबकि-बड़े-तारों-के लिए यह 4 के करीब होता है। हालांकि यह एक विश्वसनीय सामान्य नियम है, विचलन होते हैं, और विभिन्न कारकों जैसे संरचना और आयु के कारण व्यक्तिगत तारे की मापें भिन्न हो सकती हैं।खगोल-भौतिकी:-मुख्य-अनुक्रम-तारों-के-लिए-द्रव्यमान-प्रभा-संबंध
L-∝-M^α
,-जहां-L
-वॉट-में-प्रभा-है,-M
-सौर-द्रव्यमान-(M☉)-में-द्रव्यमान-है,-और-α
-(अल्फा)-एक-एक्सपोनेंट-है,-जो-मुख्य-अनुक्रम-तारों-के-लिए-सामान्यतः-3-और-4-के-बीच-अनुमानित-होती-है।परिवर्तनीयता-को-समझना
प्रभा-(L)
:-यह-तारे-द्वारा-प्रति-सेकंड-उत्सर्जित-कुल-ऊर्जा-है,-जिसे-वॉट-(W)-में-मापा-जाता-है।द्रव्यमान-(M)
:-यह-तारे-का-द्रव्यमान-सौर-द्रव्यमान-(M☉)-की-इकाइयों-में-है,-जो-हमारे-सूर्य-का-द्रव्यमान-है।अल्फा-(α)
:-यह-एक्सपोनेंट-सामान्यतः-3-और-4-के-बीच-रहता-है,-और-कई-मॉडलों-में-3.5-का-सरल-औसत-सामान्य-है।-दस-से-अधिक-सौर-द्रव्यमान-वाले-तारों-के-लिए,-α-लगभग-4-के-करीब-हो-सकता-है।द्रव्यमान-प्रभा-संबंध-को-समझना
यह-क्यों-महत्वपूर्ण-है?
उदाहरण-गणनाएँ
मामला-1:
-एक-तारे-का-द्रव्यमान-2-M☉-(हमारे-सूर्य-के-द्रव्यमान-का-दुगना)-है,-तो-उसकी-प्रभा-निम्नलिखित-प्रकार-से-गणना-की-जाएगी:-दिए-गए-α-=-3.5,-L-∝-23.5.-यह-देता-है-L-≈-11.3-L☉.मामला-2:
-एक-तारे-का-द्रव्यमान-5-M☉,-और-α-=-3.7-होने-पर,-L-∝-53.7,-परिणामस्वरूप-L-≈-973.5-L☉.डाटा-वैधता
सारांश
बार-बार-पूछे-जाने-वाले-सवाल
मुख्य-अनुक्रम-तारे-क्या-होते-हैं?
क्या-अल्फा-(α)-सभी-तारों-के-लिए-हमेशा-समान-रहता-है?
यह संबंध कितना सटीक है?
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